पूर्व WWE इंटरकांटिनेंटल चैंपियन और “द माउंटी (The Mountie)” तथा “द क्यूबेकर्स (The Quebecers)” टीम के सदस्य के रूप में मशहूर जैक रूजो (Jacques Rougeau) की ज़िंदगी में हाल ही में बड़ा झटका आया।
हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि लगातार आर्थिक और निजी मुश्किलों के चलते उन्हें अपनी 40 साल पुरानी कंपनी के लिए दीवालिया (Bankruptcy) फाइल करनी पड़ी।

किस वजह से हुए आर्थिक हालात खराब?
- COVID-19 प्रभाव:
महामारी के चलते उन्हें अपनी रेसलिंग स्कूल और ‘वन-मैन शो’ बंद करने पड़े, जिससे उनकी आमदनी बिल्कुल ठप्प हो गई। - निजी संघर्ष:
इसी दौरान उनकी जिंदगी में सबसे बड़ा संकट आया—उनकी पार्टनर नताली (Natalie) को कैंसर हो गया। उन्होंने परिवार को प्राथमिकता दी और काम से पूरी तरह दूरी बना ली ताकि नताली का पूरा ध्यान रख सकें। उन्होंने कहा,“कैंसर जितना बुरा है, उससे भी बुरा कीमोथेरेपी है…16 महीने तक हफ्ते में तीन बार अस्पताल…बाकी के दिन आप काम पर भी जाना चाहें तो मन नहीं करता।” - वापसी की कोशिश और वित्तीय झटका:
2022 में उन्होंने ‘Wrestling Academy’ नामक टैलेंट प्रतियोगिता शुरू की, ताकि कनाडाई इंडी रेसलर्स को मंच दे सकें। लेकिन तीन साल तक लगातार घाटा होने के बाद, सारी बचत और कर्ज लगा बैठे—करीब $70,000 (लगभग 58 लाख रुपये) का नुकसान।
कंपनी डूबी, लेकिन उम्मीद कायम
रूजो ने यह स्पष्ट किया कि केवल उनकी बिज़नेस कंपनी ही डूबी है—उनकी निजी संपत्ति या पार्टनर पर कोई लीगल असर नहीं पड़ा।
अच्छी बात यह है कि अब उनकी पार्टनर कैंसर से उबर चुकी हैं (Remission में हैं)। अब रूजो दोबारा अपने वन-मैन शो शुरू करके नया सफर शुरू करने की सोच रहे हैं।
कौन हैं जैक रूजो (Jacques Rougeau)?
- WWE में 10+ साल बिताए, पहले भाई रेमंड (Raymond) के साथ “The Fabulous Rougeaus” में, फिर “The Mountie” (1991 इंटरकांटिनेंटल चैंपियन) के रूप में छाए।
- “द क्यूबेकर्स (The Quebecers)” पार्टनर पीयर ओयुलेट (Pierre Ouellet/PCO) के साथ तीन बार टैग टीम टाइटल जीता।
- WCW में भी फाइट की—साल 1997 में मॉन्ट्रियल शो में हल्क होगन (Hulk Hogan) को क्लीन पिन करने वालों में शुमार।
आगे की राह
रूजो इस लड़ाई से हार मानने वाले नहीं हैं। उनका कहना है:
“मैं पहले भी गिरा हूं…लेकिन अभी मेरा सफर खत्म नहीं हुआ।”
पहले कामयाबियों और फिलहाल की मुश्किलों के बीच, Jacques Rougeau ने अपनी ज़िंदगी से ज़रूरी सीख दी—कभी हार मत मानो, क्योंकि अगला मौका आपका हो सकता है!