दक्षिण अफ्रीका के कप्तान वियान मल्डर (Wiaan Mulder) ने ब्रायन लारा के विश्व रिकॉर्ड (400*) को न तोड़ने का निर्णय लेकर खेल भावना की मिसाल पेश की।
उन्होंने 367 रन नाबाद रहते हुए पारी घोषित कर दी, जिससे दक्षिण अफ्रीका ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट में शानदार जीत दर्ज की।
मुख्य बिंदु:
- वियान मल्डर ने टेस्ट कप्तानी डेब्यू पर ही ट्रिपल सेंचुरी (367*) बनाकर इतिहास रचा।
- ब्रायन लारा का रिकॉर्ड (400*) छोड़ने के फैसले को उन्होंने “सही” बताया।
- दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 626/5 का विशाल स्कोर बनाया।
- जिम्बाब्वे की टीम पहली पारी में 170 रन पर सिमट गई और फॉलो-ऑन के बाद दूसरी पारी में 220 रनो पर सिमट गई।
कप्तान का बयान:
“ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं। उनका रिकॉर्ड वैसे ही बना रहना चाहिए। अगर मुझे आगे भी कभी ऐसी स्थिति में आना पड़े तो मैं फिर से ऐसा ही करूंगा। कोच ने कहा था – ‘बड़े रिकॉर्ड्स लीजेंड्स के नाम रहने दो’, और मुझे यह फैसला सही लगा।”
— वियान मल्डर
रिकॉर्ड्स और आंकड़े:
- सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी: मल्डर ने 297 गेंदों में 300 रन बनाए (दूसरे नंबर पर)।
(विरेंदर सहवाग ने 278 गेंदों में यह रिकॉर्ड बनाया था।) - टेस्ट इतिहास में सर्वोच्च स्कोर:
- ब्रायन लारा – 400* (2004)
- मैथ्यू हेडन – 380
- ब्रायन लारा – 375
- महेला जयवर्धने – 374
- वियान मल्डर – 367* (2024)*
मैच सारांश:
- जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया, जो एक भारी गलती साबित हुई अफ्रीका ने जिम्बाब्वे की गंदबाजी की बखिया बिखेरते हुए 626-5 रन मार डाले।
- दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी ने जिम्बाब्वे को ढेर कर दिया (पहली पारी: 170 ऑल आउट; मल्डर ने 2 विकेट लिए)।
- फॉलो-ऑन के बाद जिम्बाब्वे दूसरी पारी में 220 रन ही बना सकी।
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया:
“यह मैच मल्डर कभी नहीं भूलेंगे! ‘बुलावायो में जिम्बाब्वे के गेंदबाजों की धुनाई’ – यही हेडलाइन होनी चाहिए।”
— शॉन पोलॉक (पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान)