लाल सिंह चड्ढा की दुर्दशा देखने के बाद आमिर की एक और फिल्म गुलशन कुमार की बायोपिक मुगल गई ठंडे बस्ते में।

बॉलीवुड पर फिलहाल संकट के बादल मंडरा रहे हैं दर्शक अभी फिलहाल बॉलीवुड के लगभग सभी प्रोजेक्ट से मुंह मोड़े हुए हैं और उसका नतीजा अभी हमने दो बड़े स्टारों की फिल्में रक्षाबंधन और लाल सिंह चड्ढा के कलेक्शन के साथ देखा है।

आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा की असफलता का असर उनकी दूसरी फिल्म मुग़ल पर भी पड़ा है। फिल्म मुग़ल देश की सबसे बड़ी फिल्म और म्यूजिक कंपनी T series स्थापित करने वाले गुलशन कुमार की बायोपिक है।

‘मुगल’ को फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। क्योंकि फिल्म की पटकथा को लेकर पहले से ही इसके निर्देशक और T सीरीज के बीच अनबन चल रही थी और अब फिल्म में गुलशन कुमार का किरदार निभा रहे आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की रिलीज पर हुई दुर्दशा ने इस फिल्म पर पूर्ण विराम लगा दिया है।

Image Credit- Lal singh Chhadha

आमिर खान की इस फिल्म को भारत में रिलीज के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और इस बीच फिल्म ‘मुगल’ के निर्देशक सुभाष कपूर ने भी अपनी अगली फिल्म ‘जॉली एलएलबी 3’ शुरू करने की घोषणा कर दी है।

T सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार की बायोपिक “मुगल” को पहले अक्षय कुमार करने वाले थे:

फिल्म मुगल टी सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार की बायोपिक है और इस फिल्म को लेकर पिछले कई सालों से फिल्म जगत में हलचल मची हुई है। ये फिल्म 5 साल पहले अक्षय कुमार के साथ शुरू होनी थी लेकिन बाद में फिल्म के निर्माता भूषण कुमार और अक्षय कुमार के बीच कथित अनबन सामने आई और वह इस फिल्म से अलग हो गए।

इस बायोपिक की पूरी पटकथा सुभाष कपूर ने ही तैयार की और वही इस फिल्म को सबसे पहले अक्षय कुमार को लेकर बनाना चाहते थे। फिल्म का पहला पोस्टर अक्षय कुमार के साथ 15 मार्च 2017 को रिलीज भी कर दिया गया था।

इसके बाद आमिर खान ने इस फिल्म में गुलशन कुमार का किरदार निभाने के लिए अपनी डेट्स दी। फिल्म को लेकर आमिर खान की टीम के अनुसार वह फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के बाद फिल्म ‘मुगल’ पर काम शुरू करने वाले थे। लेकिन अब T सीरीज ने इसकी शूटिंग अनिश्चित काल के लिए टाल दी है।

फिल्म का नाम मुगल कैसे पड़ा?

गुलशन कुमार खुद को म्यूजिक मुगल ही कहलाना पसंद करते थे। इसीलिए उनके बेटे भूषण कुमार ने इस फिल्म का नाम मुगल रखना तय किया ताकि वह दर्शको को बता सकें कि कैसे एक साधारण व्यक्ति इस देश की म्यूजिक इंडस्ट्री का “मुगल” बना।

देश की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी t-series को गुलशन कुमार ने ही खड़ा किया था।

स्व गुलशन कुमार देश में संगीत क्रांति लाने वाले इंसान के रूप में जाने जाते है। महंगे कैसेट्स के जमाने में सुपर कैसेट इंडस्ट्रीज नाम से राजधानी दिल्ली NCR में अपनी फैक्ट्री लगाकर गुलशन कुमार ने शोरूम में बिकने वाले महंगे कैसेटों की बिक्री फुटपाथ तक पहुंचा दी थी।

गुलशन कुमार ने पहले तो कई हिट गानों के कवर वर्जन सस्ते में बेचने शुरू किए और फिर नई फिल्मों के म्यूजिक राइट्स खरीदकर उन्हें भी लोगों तक सस्ते दामों में पहुंचाया।

हालांकि इन कवर वर्जन के लिए गुलशन कुमार को कई कानूनी पचड़ों से गुजरना पड़ा पर अंत में उन्होंने कॉपीराइट एक्ट के कुछ प्रावधानों का सहारा लेकर यह कानूनी लड़ाई भी जीती।

उस समय फिल्मों के म्यूजिक राइट्स करोड़ों में बिकते थे और इन्हीं म्यूजिक राइट्स को लेकर गुलशन कुमार की हत्या हुई जिसके पीछे अंडरवर्ल्ड का हाथ माना जाता है।

T सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार की बायोपिक को लेकर कंपनी में अभी कोई उत्साह नही है। इस साल और अगले साल की टी सीरीज की फिल्मों की स्लेट से भी ‘मुगल’ का नाम नदारद है।

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