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Heer Express Review: जानिए कैसी है दिविता जुनेजा की डेब्यू फिल्म।

A critical review of the movie Heer Express, starring Divita Juneja and directed by Umesh Shukla.

'हीर एक्सप्रेस' की कहानी और स्क्रीनप्ले फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी साबित हुई।

Heer Express Review: घिसी-पिटी कहानी और कमजोर स्क्रीनप्ले, दिव्या जुनेजा की डेब्यू फिल्म ने किया निराश

द्वारा: Fan Viral | 12 सितंबर, 2025

‘OMG: Oh My God!’ और ‘102 Not Out’ जैसी सफल फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर उमेश शुक्ला (Umesh Shukla) की नई फिल्म ‘Heer Express’ रिलीज हो गई है। यह एक साफ-सुथरी फैमिली ड्रामा है, लेकिन घिसे-पिटे फॉर्मूले और कमजोर कहानी के कारण यह बुरी तरह पटरी से उतर जाती है।

2.5 / 5 ⭐

‘Heer Express’ एक ऐसी फिल्म है जिसमें पंजाब के खेत, ढोल-नगाड़े और बिछड़े हुए परिवार जैसे सारे क्लीशे मौजूद हैं, लेकिन कहानी में नयापन नहीं है।

फिल्म की कहानी क्या है?

फिल्म की कहानी हीर वालिया (दिव्या जुनेजा) की है, जिसे उसके दो मामा (गुलशन ग्रोवर और संजय मिश्रा) पालते हैं। हीर को लंदन में एक भारतीय रेस्टोरेंट संभालने का मौका मिलता है, जिसे उसकी मां के नाम पर रखा जाना है।

लंदन में उसकी मुलाकात टीजे (आशुतोष राणा) से होती है और उसे पता चलता है कि वही उसके पिता हैं। इसके बाद कहानी लालच, तोड़फोड़ और पारिवारिक झगड़ों के पुराने फॉर्मूले पर आगे बढ़ती है।

कैसी है एक्टिंग और डायरेक्शन?

बतौर डेब्यूटेंट, दिव्या जुनेजा (Divita Juneja) ने अपने किरदार को ईमानदारी से निभाया है, लेकिन कमजोर स्क्रीनप्ले के कारण वह ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पातीं।

संजय मिश्रा (Sanjay Mishra) और गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) जैसे अनुभवी कलाकार भी फिल्म को डूबने से नहीं बचा पाते। आशुतोष राणा (Ashutosh Rana) अपनी भूमिका में जमे हैं, लेकिन उनके किरदार में भी कोई गहराई नहीं है।

डायरेक्टर उमेश शुक्ला से दर्शकों को बेहतर की उम्मीद थी, लेकिन वह इस बार पूरी तरह से चूक गए हैं। फिल्म की सबसे बड़ी खामी इसकी कहानी है, जो पूरी तरह से प्रेडिक्टेबल है।

क्यों न देखें यह फिल्म?

‘Heer Express’ एक ऐसी फिल्म है जो शायद एक दशक पहले काम कर जाती, लेकिन आज के दौर में यह पूरी तरह से आउटडेटेड लगती है। फिल्म का म्यूजिक भी यादगार नहीं है।

अगर आप एक घिसी-पिटी और उबाऊ कहानी से बचना चाहते हैं, तो इस फिल्म से दूर रहना ही बेहतर होगा। यह फिल्म ‘क्लीन एंटरटेनमेंट’ के नाम पर एक सुस्त और थका देने वाला अनुभव देती है।

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