भारत-इंग्लैंड मैनचेस्टर टेस्ट में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) के फीके प्रदर्शन और गिरती तेज़ी को लेकर पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) ने एक बड़ा दावा किया है।
कैफ का कहना है कि बुमराह के शरीर की हालत देख कर लगता है वे टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं.
कैफ ने क्या कहा?
कैफ ने अपने सोशल मीडिया वीडियो में खुलकर कहा—
“मेरे हिसाब से बुमराह जल्द टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। उनका शरीर साथ नहीं दे रहा, स्पीड इस मैच में दिखी नहीं। वो बहुत स्वाभिमानी खिलाड़ी हैं और अगर उन्हें लगेगा कि अब 100 फीसदी नहीं दे पा रहे, विकेट नहीं ले पा रहे तो वो खुद मना कर देंगे।”
कैफ के मुताबिक, बुमराह मैनचेस्टर टेस्ट में सिर्फ 125-130 kmph की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे थे, जबकि उनका स्टाइल हमेशा 140+ kmph का रहा है।
यहां तक कि जिस गेंद पर उन्हें विकेट मिला, वहां भी कीपर को आगे डाइव करके कैच पकड़नी पड़ी।
फिटनेस का संकट और टेस्ट करियर पर सवाल
मोहम्मद कैफ ने यह भी कहा कि बुमराह में देश के लिए खेलने का जज़्बा और शिद्दत है, लेकिन अब शरीर उनका साथ नहीं दे रहा।
बुमराह पहले भी कई बार चोट और फिटनेस समस्याओं से जूझ चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उनका यूनिक एक्शन और लगातार क्रिकेट ने उन पर अतिरिक्त दबाव डाला है।
हालिया प्रदर्शन
- मैनचेस्टर टेस्ट में बुमराह ने 33 ओवर में 112 रन दिए, सिर्फ 2 विकेट लिए—अपने करियर में पहली बार उन्होंने किसी टेस्ट में 100 से ज्यादा रन लुटाए।
- इस मैच में केवल एक गेंद 140+ kmph की रफ्तार से थी, जबकि हेडिंग्ले और लॉर्ड्स दोनों में वो लगातार 140+ kmph फेंक रहे थे।
- तीसरे दिन बुमराह को हल्की चोट भी लगी और वो फील्ड छोड़कर गए, हालांकि वापस लौटे लेकिन इफेक्टिव नहीं दिखे।
क्या भारत को बुमराह के बिना टेस्ट टीम की आदत डालनी पड़ेगी?
कैफ ने अपनी टिप्पणी में यह भी आगाह किया कि जैसे विराट कोहली, रोहित शर्मा और अश्विन बाहर हुए, वैसे ही अब फैंस को “बुमराह-लेस टेस्ट टीम” देखने की आदत डालनी पड़ेगी।
निष्कर्ष
- बुमराह की गिरती रफ्तार और बार-बार चोटिल होना, उनके टेस्ट फॉर्मेट में भविष्य को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।
- मोहम्मद कैफ जैसे अनुभवी खिलाड़ी की राय है कि बुमराह यदि खुद को 100% फिट और इफेक्टिव महसूस नहीं करते, तो खुद ही सफेद जर्सी को अलविदा कह सकते हैं।
- फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन ड्रेसिंग रूम और क्रिकेट सर्कल में भविष्य पर संशय गहरा गया है।
फैन्स और एक्सपर्ट्स अब बुमराह के किसी भी फैसले पर नज़र जमाए बैठे हैं—क्या सच में भारत को एक और सुपरस्टार तेज़ गेंदबाज़ के बिना टेस्ट क्रिकेट देखने की आदत डालनी पड़ेगी?