भारत ने ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच को 6 रन से जीता, सीरीज 2-2 से बराबर की – मोहम्मद सिराज ने किया काबिल-ए-तारीफ प्रदर्शन।
मुकाबले का विस्तृत सारांश।
भारत और इंग्लैंड के बीच ‘केंनिंग्टन ओवल’ मैदान पर खेले गए पांचवें और निर्णायक टेस्ट मैच में भारत ने रोमांचक अंदाज में 6 रन से जीत दर्ज की।
इस जीत के साथ टीम इंडिया ने पांच मैचों की श्रृंखला को 2-2 से बराबर कर दिया। भारत की यह जीत उनकी दृढ़ इच्छा और बेहतर रणनीति का परिणाम थी, जिसमें मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन सबसे अहम भूमिका निभाने वाला साबित हुआ।
मोहम्मद सिराज का जबरदस्त प्रदर्शन।
मोहम्मद सिराज ने मैच की दूसरी पारी में 5 महत्वपूर्ण विकेट लिए और टीम इंडिया को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
सिराज ने गेंद को सही जगह फेंकने पर पूरा ध्यान दिया और संयम के साथ विपक्षी बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा। उनका यह प्रदर्शन दर्शाता है कि वे टीम के लिए भविष्य में भी कितने जरूरी खिलाड़ी हैं।
मैच के बाद सिराज ने कहा,
“मैं बस सही जगह गेंदबाजी करना चाहता था और मुझे खुद पर पूरा भरोसा था।”
बल्लेबाज़ी की कहानी
भारत ने पहली पारी में 224 रन बनाए, जिसमें करुण नायर ने सबसे अधिक 57 रन बनाए। फिर इंग्लैंड ने पहली पारी में 247 रन बनाकर मामूली बढ़त हासिल की।
दूसरे इनिंग्स में भारत की बल्लेबाजी संघर्षपूर्ण रही, लेकिन यशस्वी जायसवाल ने 118 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को संकट से निकाला। उन्होंने कुल 14 चौके और 2 छक्के लगाए।
इसके अलावा रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने भी अच्छी पारियां खेली। इंग्लैंड की तरफ से जो रूट और हैरी ब्रूक ने भारतीय गेंदबाजी के खिलाफ कड़ी मेहनत की, लेकिन भारत की गेंदबाजी ने अंत में बाज़ी मारी।
मैच की खास बातें
- मोहम्मद सिराज का पांच विकेट लेना भारत की जीत की प्रमुख चाबी रहा।
- यशस्वी जायसवाल की नाबाद 118 रन की पारी ने टीम को संकट से उबारा।
- जडेजा और सुंदर ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- इंग्लैंड के जो रूट और हैरी ब्रूक ने अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए।
- मैच के आखिरी पलों में भारत ने दबाव झेला लेकिन टीम ने संयम बनाकर जीत हासिल की।
मैच के बाद का माहौल और प्रतिक्रिया
मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने खूब सराहा। उन्होंने कहा कि सिराज ने अपने शारीरिक और मानसिक दोनों पक्षों को मजबूत किया है।
सिराज ने भी अपनी टीम की जीत को उनके साथियों और कोचिंग स्टाफ की मेहनत का फल बताया। इस जीत के साथ भारत ने न केवल इस मैच पर मालिकाना हक अपने नाम किया बल्कि इंग्लैंड के कठिन किले ओवल पर भी छाप छोड़ी।