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मोहम्मद शमी का चयन न होने पर बड़ा बयान, कहा- ‘अगर रणजी खेल सकता हूं, तो 50 ओवर क्यों नहीं?

मोहम्मद शमी इंडिया के लिए गेंदबाजी करते हुए।

मोहम्मद शमी ने अपनी फिटनेस पर बात की और कहा कि वह भारतीय टीम में वापसी के लिए तैयार हैं।

चयन न होने पर मोहम्मद शमी का बड़ा बयान, कहा- ‘अगर मैं रणजी खेल सकता हूं, तो 50 ओवर क्यों नहीं?’

द्वारा: Fan Viral | दिनांक: 15 अक्टूबर, 2025

भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी व्हाइट-बॉल सीरीज के लिए टीम में नहीं चुने जाने पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। अपनी फिटनेस पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए शमी ने एक बड़ा बयान दिया है, जिससे भारतीय क्रिकेट में एक नई बहस छिड़ गई है।

बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी का पहला मैच खेलने की तैयारी कर रहे शमी ने कहा, “अगर मैं चार दिवसीय [रणजी ट्रॉफी] मैच खेल सकता हूं, तो मैं 50 ओवर का क्रिकेट भी खेल सकता हूं।”

“चयन मेरे हाथ में नहीं है” – शमी का दर्द

शमी ने साफ किया कि वह चयन प्रक्रिया पर कोई विवाद खड़ा नहीं करना चाहते, लेकिन उन्होंने अपनी फिटनेस को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा, “अगर फिटनेस की कोई समस्या होती, तो मैं यहां बंगाल के लिए नहीं खेल रहा होता। चयन मेरे हाथ में नहीं है। मेरा काम NCA (नेशनल क्रिकेट एकेडमी) में जाकर तैयारी करना और मैच खेलना है।”

35 वर्षीय इस तेज गेंदबाज ने आखिरी बार मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत के लिए खेला था। इसके बाद वह टखने और घुटने की चोटों से उबर रहे थे। शमी ने इस बात पर भी जोर दिया कि अपनी फिटनेस पर अपडेट देना उनका काम नहीं है, और वह जब भी चयनकर्ता चाहेंगे, खेलने के लिए तैयार हैं।

चयनकर्ताओं का क्या है कहना?

दूसरी तरफ, भारत के मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर (Ajit Agarkar) ने शमी के टेस्ट टीम में न होने का कारण बताया था। उन्होंने कहा था कि शमी ने पिछले दो-तीन सालों में ज्यादा फर्स्ट-क्लास मैच नहीं खेले हैं। अगरकर ने कहा, “एक परफॉर्मर के तौर पर हम जानते हैं कि वह क्या कर सकते हैं, लेकिन उन्हें कुछ मैच खेलने की जरूरत होगी।” चयनकर्ताओं का यह बयान इशारा करता है कि वे शमी को राष्ट्रीय टीम में वापसी से पहले घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन करते हुए देखना चाहते हैं।

घरेलू क्रिकेट के महत्व पर बोले शमी

शमी ने घरेलू क्रिकेट के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “पुराने दिनों में, रणजी ट्रॉफी किसी के लिए भी एक बहुत बड़ा स्तर था। लेकिन आज, हमारे पास एक प्लेटफॉर्म है, और आप सोचते हैं कि रणजी ट्रॉफी जैसे जूनियर क्रिकेट में वापस जाकर खेलना ‘अपमान’ है। मुझे ऐसा नहीं लगता। आपको चार दिवसीय क्रिकेट खेलना चाहिए।”

2013 में डेब्यू करने के बाद से 197 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके शमी अभी भी देश के लिए दोबारा खेलने की उम्मीद कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि रणजी ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन चयनकर्ताओं का ध्यान खींच पाता है या नहीं।

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