इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज में मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) भारतीय गेंदबाजी के हीरो बनकर उभरे।
उन्होंने जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व किया और शानदार प्रदर्शन से टीम इंडिया को जीत दिलाई।
अब पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने सिराज के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट की मांग उठाई है।
सीरीज में सिराज का प्रदर्शन
- सिराज इकलौते भारतीय तेज गेंदबाज थे जिन्होंने पांचों टेस्ट मैच खेले।
- उन्होंने 9 पारियों में 23 विकेट झटके।
- उनका औसत 32.43 रहा।
- निर्णायक ओवल टेस्ट में उन्होंने 9 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई।
अश्विन के मुताबिक, सिराज ने इस सीरीज में यह साबित कर दिया है कि वे केवल एक बॉलर नहीं, बल्कि मैच विनर हैं।
अश्विन का बयान
अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन ने कहा –
“हम मोहम्मद सिराज को पहचान नहीं पाए, लेकिन अब समय आ गया है। उन्होंने एक बार फिर जिम्मेदारी निभाई और खुद को मैच विनर साबित किया। उनका बॉलिंग एक्शन, तकनीक और वर्क एथिक्स बेहतरीन हैं।”
अश्विन ने यह भी कहा कि सिराज के जोश और सेलिब्रेशन से साफ झलकता है कि वह अभी और बड़े कारनामे करने के लिए तैयार हैं।
वर्कलोड मैनेजमेंट की जरूरत क्यों?
अश्विन का मानना है कि टीम इंडिया को अब सिराज को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि:
- अनावश्यक मैचों में सिराज को आराम दिया जाए।
- युवा गेंदबाज जैसे आकाशदीप (Akash Deep), प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) और अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) को मौके दिए जाएं।
- ताकि भविष्य के लिए तेज गेंदबाजी डिपार्टमेंट मजबूत बने और सिराज लंबे समय तक फिट रहें।
निष्कर्ष
मोहम्मद सिराज ने इस सीरीज में साबित कर दिया है कि वे संकट की घड़ी में टीम के लिए सबसे भरोसेमंद हथियार हैं। अब रविचंद्रन अश्विन की यह सलाह टीम के लिए काफी अहम है, जिससे सिराज का करियर लंबा और सफल रह सकता है।