श्रीलंकाई हरमनफोला वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) ने गुरुवार को T20I कप्तानी से अपना इस्तीफा दे दिया है। यह फैसला उन्होंने भारत के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की T20I सीरीज से पहले लिया है।
वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) को भेजे गए पत्र में कहा,
“मैंने श्रीलंकाई क्रिकेट के सर्वोत्तम हित में T20I कप्तानी से इस्तीफा देने का फैसला किया है। मेरा मानना है कि इस समय मुझे अपनी कप्तानी पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय एक खिलाड़ी के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान देना चाहिए।”
वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) को पिछले साल नवंबर में श्रीलंका टीम का T20I कप्तान बनाया गया था। उनकी कप्तानी में श्रीलंका ने 10 T20I मैच खेले, जिसमें से उसे 5 में जीत और 5 में हार मिली।
वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) के इस्तीफे के बाद, SLC अब नए T20I कप्तान की तलाश करेगा।
वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) के इस्तीफे के मुख्य कारण:
- श्रीलंका का T20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन: श्रीलंका T20 विश्व कप 2022 में सुपर 12 में जगह नहीं बना पाया था। वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था।
- वर्कलोड: वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) एक ऑलराउंडर हैं और उन्हें बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। कप्तानी की अतिरिक्त जिम्मेदारी उनके प्रदर्शन को प्रभावित कर रही थी।
- मानसिक दबाव: कप्तानी का दबाव हसरंगा पर बढ़ रहा था, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा था।
हसरंगा के इस्तीफे का श्रीलंकाई क्रिकेट पर प्रभाव:
- वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) के इस्तीफे से श्रीलंकाई क्रिकेट में लीडरशीप की कमी हो सकती है।
- टीम में अस्थिरता पैदा हो सकती है।
- युवा खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ सकता है।
हालांकि, SLC का मानना है कि हसरंगा के इस्तीफे से टीम को लंबे समय में फायदा होगा। SLC का कहना है कि वह एक मजबूत टीम बनाना चाहता है जो आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सके।