इरफान पठान पिछले कुछ सालों में क्रिकेट कॉमेंट्री में एक बड़ा और बेबाक नाम बन चुके हैं। जब IPL 2025 के कॉमेंट्री पैनल से इरफान को हटाया गया, तो फैंस चौंक उठे।
अफवाहें उड़ीं कि बड़े खिलाड़ियों की खासकर रोहित शर्मा की आलोचना इसकी वजह है। लेकिन अब इरफान ने खुद Lallantop.com के एक शो में दिए इंटरव्यू में पूरे मामले की असली वजह साफ कर दी है।
“कॉमेंटेटर की जिम्मेदारी है सच बोलना—चाहे तारीफ हो या आलोचना”
इरफान पठान ने बताया,
“कॉमेंटेटर का काम खिलाड़ी के लिए नहीं, फैंस के लिए है। अच्छा करते हैं तो तारीफ, खराब करते हैं तो आलोचना—यही असली जिम्मेदारी है। हम वही कहते हैं जो मैदान में दिख रहा है या हो सकता है।”
“रोहित पर सिर्फ सच रखा, न ज़रूरत से ज्यादा बैक किया, न अंध आलोचना”
- बोले: “रोहित शानदार व्हाइट बॉल क्रिकेटर हैं, लेकिन उस साल टेस्ट में उनका औसत 6 था। हमने साफ कहा कि अगर वो कप्तान न होते, तो शायद प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह नहीं बनती।”
- सोशल मीडिया पर यह चल निकला कि ‘इरफान रोहित का समर्थन करते हैं’—इस पर इरफान का जवाब:“अगर आप हमारे चैनल पर मेहमान हैं, तो हम तहजीब दिखाएंगे—यही प्रोफेशनलिज्म है। लेकिन ब्रॉडकास्टर होने के नाते, हमने उनकी आलोचना भी की थी। बस, इंटरव्यू वाली पॉजिटिव बात पहले वायरल हो गई, आलोचना की बात दब गई।”
क्या आलोचना थी बाहर होने की वजह?
- इरफान ने दो टूक कहा—सिर्फ ईमानदारी से अपनी भूमिका निभाई। जो क्रिकेट में सच था, वही बताया।
- इंडस्ट्री में यह धारणा बन गई कि सही-सही बोलना कॉमेंटेटर की नौकरी को खतरे में डाल सकता है, लेकिन इरफान ने फैंस की खातिर निष्पक्ष रहना जरूरी बताया।
निष्कर्ष
- इरफान के मुताबिक, क्रिकेट कॉमेंट्री का असली मतलब चापलूसी नहीं, बल्कि क्रिकेट फैंस को असली तस्वीर दिखाना है—इसमें कभी खिलाड़ी को आइना दिखाना भी पड़ सकता है।
- IPL पैनल से बाहर होना प्रोफेशनल जर्नी का हिस्सा है, सच बोलना जारी रहेगा!
इरफान पठान जैसा प्रोफेशनल बॉलर हो या पॉपुलर कॉमेंटेटर—वो फैंस के लिए अपनी राय साफ, ईमानदार और बोल्ड रखना ही पसंद करता है!