Mumbai Indians (MI) ने IPL (Indian Premier League) के दबाव भरे एलिमिनेटर में Gujarat Titans (GT) को हराकर अपनी बादशाहत साबित की।
यह सिर्फ एक मैच नहीं था, बल्कि रणनीति, आत्मविश्वास (confidence) और कभी हार न मानने वाले जज्बे की मिसाल थी।
GT (Gujarat Titans) के डगआउट में सन्नाटा था। शुभमन गिल (Shubman Gill) पहले ओवर में आउट हो गए, लेकिन साई सुरदर्शन (Sai Sudharsan) ने शांतचित्त होकर मोर्चा संभाला।
आशीष नेहरा (Ashish Nehra) भी चुपचाप Sandeep Raju से बात कर रहे थे। मैदान पर Sudharsan और वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) ने MI (Mumbai Indians) को कड़ी टक्कर दी।
Hardik Pandya (Hardik Pandya) ने Ashwani Kumar (Ashwani Kumar) को चुना, क्योंकि ओस (dew) ने स्पिन की रणनीति बिगाड़ दी थी।
12 ओवर में 130/2 पर GT (Gujarat Titans) अभी भी MI (Mumbai Indians) के 228/5 से पीछे थी। Jasprit Bumrah (Jasprit Bumrah) के दो ओवर बाकी थे, इसलिए Sudharsan और Sundar को तेजी दिखानी थी।
13वें ओवर में ट्रेंट बोल्ट (Trent Boult) की गेंदों पर Sundar ने दो छक्के और एक चौका जड़ा, जिससे समीकरण 7 ओवर में 81 रन हो गया। नेहरा (Ashish Nehra) भी इस समय उत्साहित हो उठे।
लेकिन बुमराह (Jasprit Bumrah) ने एक घातक यॉर्कर से Sundar को आउट कर खेल पलट दिया। Sudharsan ने कहा कि रुकावट ने उनकी लय नहीं बिगड़ी, पर MI (Mumbai Indians) को मौका मिल गया। 23 साल के Ashwani Kumar (Ashwani Kumar) ने दबाव में शानदार गेंदबाजी की, ऑफ-स्टंप के बाहर फुल लेंथ गेंदें डालकर केवल 9-9 रन दिए।
Sudharsan का Richard Gleeson के खिलाफ रैंप शॉट नाकाम रहा, और उनके स्टंप्स बिखर गए। इसके बाद शुभमन गिल भी डगआउट छोड़कर चले गए।
Nehra ने राहुल तेवतिया (Rahul Tewatia) से बात की, जिन्होंने Bumrah की फुल-टॉस पर छक्का लगाया, पर 18वें ओवर में केवल 9 रन आए।
आखिरी दो ओवर में 36 रन चाहिए थे, लेकिन Boult ने Rutherford को आउट किया। Shahrukh Khan ने 97 मीटर का छक्का लगाया, पर Ashwani ने गेम खत्म कर MI (Mumbai Indians) को पहली एलिमिनेटर (Eliminator) जीत दिलाई।
MI (Mumbai Indians) की यह जीत उनके 17 साल के अनुभव और पांच खिताब (titles) की बदौलत थी। Mahela Jayawardene ने कहा,
“हमारी विनिंग कल्चर (winning culture) और अनुभवी खिलाड़ी हमें हर सिचुएशन में लड़ना सिखाते हैं।”
अप्रैल में MI (Mumbai Indians) तालिका में नीचे थी, लेकिन अब वे छठे खिताब (title) से दो कदम दूर हैं।
क्या ऐसी जीत की कहानियाँ आपको प्रेरित करती हैं? कमेंट में बताएँ!