अपने तीन दशक से भी लंबे करियर में अक्षय कुमार ने अलग-अलग जॉनर की फिल्में की हैं। इस दौरान कॉमेडी से लेकर एक्शन तक लोगों ने उनके काम को काफी पसंद किया है।
मगर फिल्ममेकर विपुल शाह का मानना है कि लोग आज भी उनकी एक्टिंग स्किल्स को पर्याप्त श्रेय नहीं देते हैं। यही नहीं, विपुल के मुताबिक खुद अक्षय को भी बतौर एक्टर अपने टैलेंट का अंदाजा नहीं है।
विपुल शाह का अक्षय कुमार को लेकर बयान
गालाटा प्लस से हुई बातचीत में विपुल शाह ने अक्षय की एक्टिंग स्किल्स पर बात की। उन्होंने कहा, “मेरी पहली दो फिल्मों में जब मैं अक्षय के साथ काम कर रहा था, तो मुझे लगा कि ये एक ऐसा एक्टर है जिसे खुद नहीं पता कि उसकी असली काबिलियत क्या है।
लोग उन्हें सिर्फ एक एक्शन हीरो समझते थे। उस दौर में वो अपनी इमेज बदलकर कॉमेडी फिल्मों में काम कर रहे थे। लेकिन लोग उन्हें सीरियसली नहीं लेते थे। शायद कभी किसी रिव्यूअर ने उन्हें बहुत अच्छा या ठीक एक्टर नहीं माना। इसलिए वो भी ऐसे हो गए जैसे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
लेकिन मुझे लगता है कि उनके अंदर और भी बहुत कुछ है दिखाने को।”
अक्षय कुमार की बहुमुखी प्रतिभा
विपुल शाह ने यह भी बताया कि अक्षय किसी भी सीन को कितनी आसानी से हैंडल करते हैं। एक पल वो कॉमेडी कर रहे होते हैं, तो दूसरे पल एक्शन या थ्रिलर करते हुए भी कोई उनकी पिछली फिल्म या भूमिका को याद नहीं करता।
विपुल कहते हैं, “मैंने देखा कि जिन दो फिल्मों में मैंने अक्षय के साथ काम किया, उनमें उनके किरदार बिल्कुल अलग थे। वे एक्टर के तौर पर बहुत सारी चीजें इतनी आसानी से कर रहे थे, जिनका असल में किसी ने उन्हें क्रेडिट तक नहीं दिया।”
असली पंजाबी मुंडा का किरदार
फिल्ममेकर ने यह भी बताया कि अक्षय के पूरे करियर में किसी ने उन्हें एक असली पंजाबी मुंडा के रूप में पेश नहीं किया, जबकि वे दिल और आत्मा से पूरी तरह पंजाबी हैं।
विपुल के मुताबिक ‘नमस्ते लंदन’ में अक्षय को खुद जैसा बनने का मौका मिला, जो उनके लिए सबसे नेचुरल था। वे इस रोल में इतने स्वाभाविक थे जैसे कोई सिल्क पर हाथ फेर रहा हो।
करियर के उतार-चढ़ाव के बावजूद कमबैक
अपने करियर में अक्षय कुमार ने कई बार कठिन दौर देखे, लेकिन हर बार मजबूत होकर वापसी की। विपुल शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि अक्षय की मेहनत और स्विचिंग स्किल्स उन्हें बॉलीवुड के सबसे भरोसेमंद और बहुमुखी कलाकार बनाती हैं।