कोई भी व्यक्ति जो क्रिकेटर बनने का सपना देखता है तो उसका लक्ष्य यही होता है कि वह अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेले और उसमें काफी सफलता हासिल करे।
हालांकि बहुत ही कम क्रिकेटर्स ऐसे होते है जो अपना जलवा क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में बिखेर पाते हो। क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे क्रिकेटर हुए है जो वनडे और T20 में तो अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हुए हो परन्तु टेस्ट क्रिकेट में बुरी तरह से फ्लॉप रहे हैं।
इस आर्टिकल में आज हम ऐसे ही 5 क्रिकेटर्स की बात करेंगे जो वनडे क्रिकेट में तो चमके पर टेस्ट क्रिकेट में पूरी तरह से चित हो गए।
माइकल बेवन (Michael Bevan)
ऑस्ट्रेलिया के संकट मोचन खिलाड़ी माइकल बेवन को वनडे क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ फिनिशरों में से एक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने आस्ट्रेलिया को कई हारे हुए मैचों में जीत दिलाई है। जिन जिन मैचों में ऑस्ट्रेलिया की टीम संकट में पड़ी थी वहां माइकल बेवन ने टीम की पारी को संभाला। परंतु टेस्ट क्रिकेट में यह खिलाड़ी पूरी तरह से नाकाम रहा और वह 18 टेस्ट मैचों में मात्र 785 रन ही बना सका।
युवराज सिंह (Yuvraj Singh)
युवराज सिंह का नाम सामने आते ही हर प्रशंसक के जेहन में एक ही दृश्य सबसे पहले आता है वो है T20 वर्ल्ड कप में उनके द्वारा एक ही ओवर में लगाये गए उनके 6 छक्के। जब हम टी-20 या फिर वनडे क्रिकेट की बात करते हैं तो युवराज का अपना एक अलग ही लेवल है जिसे हर क्रिकेटर एक बेंचमार्क के रूप में देखता है।
लेकिन अगर टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो युवी टेस्ट क्रिकेट में बुरी तरह से फैल रहे है। 304 वनडे मैच खेलने वाले युवी के नाम 40 टेस्ट मैचों में महज 1900 रन दर्ज हैं। युवराज सिंह की टेस्ट क्रिकेट में ब्लेबाजी का औसत 33.93 का है।
एंड्रयू साइमंड्स (Andrew Symonds)
ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफलतम all-rounders में से एक एंड्रयू साइमंड्स बेहद ही खतरनाक, विस्फोटक और बिग-हिटर के रूप में जाने जाते थे। अभी कुछ दिन पहले ही उनका देहांत हो गया था और उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
परन्तु ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों के दिलों में उन्होंने सदा के लिए अपनी जगह बनाई है। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में एंड्रयू साइमंड्स अपनी इस सफलता को दोहरा नहीं सके थे। एंड्रयू साइमंड्स के नाम 26 टेस्ट मैचों में महज 1462 रन दर्ज हैं।
इयोन मोर्गन (Eoin Morgan)
इंग्लैंड के सफलतम कप्तानों में से एक इयोन मोर्गन ने अपने करियर की शुरुआत आयरलैंड से की और वहाँ से इंग्लैंड की टीम का कप्तान बनने का सफर उन्होंने बड़ी बखूबी से निभाया। हालांकि टेस्ट क्रिकेट की बात करे तो अपने करियर की शरुवात में उन्होंने टेस्ट खेला है और टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन बताने लायक भी नही है।
अभी-अभी क्रिकेट से सन्यास लेने वाले पूर्व इंग्लिश कप्तान के नाम 16 टेस्ट मैचों में मात्र 700 रन दर्ज हैं।
सुरेश रैना (Suresh Raina)
भारतीय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन मीडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों में से एक सुरेश रैना ने अपने टेस्ट डेब्यू पर शतक जड़कर खलबली मचाई थी। लेकिन दुर्भाग्य से वह आगे क्रिकेट के इस फॉर्मेट में अपनी छाप न छोड़ सके और अपने वनडे करियर में 226 मुकाबले खेलने वाले सुरेश रैना यहाँ 18 टेस्ट मैचों में मात्र 26.48 की औसत से 768 रन ही बना पाए।
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